मिलिए बुंदेलखंड के नरेंदर से, दर्ज़ी हैं तो सिलाई कर फ्री बांट रहे हैं मास्क

  • 4 years ago
दुनिया समेत भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है। चूंकि इसका इलाज या टीका अब तक खोजा नहीं जा सका है, ऐसे में सिर्फ प्रिकॉशन लेकर ही इससे बचा जा सकता है। लेकिन भारत, जहां 21 प्रतिशत जनता गरीबी रेखा के नीचे है, वहां कई लोग सैनिटाइज़र और मास्क जैसी चीज़ें तक नहीं खरीद सकते। ऐसे में कई आम लोग इस संकट की घड़ी में आगे आकर दुसरों की मदद कर रहे हैं।

ऐसे ही है बुंदेलखंड, एमपी के 22 वर्षीय नरेंदर, जोकि पेशे से दर्ज़ी का काम करते हैं। तालाबंदी में काम बंद हुआ तो दुकान में पड़ी कतरनों से ही गरीब गाँव वालों के लिए मुफ्त में मास्क बनाने लगे। अबतक नरेंदर कपड़े के 150 मास्क बनाकर गांव में बाँट चुके हैं। 

कह सकते हैं भारत ना केवल इस जानलेवा बीमारी से बल्कि भूख, बेरोज़गारी, पानी की कमी और कई सारे मोर्चों से एक साथ लड़ रहा है। ऐसे में ये जंग सरकार अकेले नहीं जीत सकती, इसके लिए नरेंदर जैसे लोगों का योगदान उतना ही ज़रूरी है।

Recommended